बहुत करीब से जानता हूँ उसको !!!

मै जानता हूँ
बहुत करीब से जानता हूँ उसको,
उसकी मासूम सी हंसी में
उसके मुरझाये ओंठो को
अपनी आँखों से छुआ है मैंने |
उसके हाथों के ठंडे स्पर्श में
उसकी गर्म साँसों को
अपनी धड़कन से सुना है मैंने |
पागल सी उसकी बातों में
छुपे अपनेपन के अंदाज को
अपने ओंठों से पिया है मैंने |
उसकी अल्हड़ सी जवानी में
उसके बचपन की कहानी को
पूरे दिल से जिया है मैंने |
हाँ, मै जानता हूँ ,
बहुत करीब से जानता हूँ उसको |


No comments:

Post a Comment