“शब्द” आत्मा लेखन की | “अहसास” ताकत लेखन की | “अनुभव” गहराई लेखन की | जब शब्द, अहसास और अनुभव का समावेश होता है तो बनती है एक कहानी, एक नज़्म, एक कविता या कोई ग़ज़ल | नज़्म, गीत, ग़ज़ल, कहानी जो दिल से होकर रूह तक को भिगो दें | आपको हमको भिगो दें | ऐसी ही अहसासों, भावनाओं से ओत-प्रोत“चाँद पराया है” में आप सभी का हार्दिक स्वागत है !!!
उम्मीद !!!
उसने खोया है बहुत, पाया
कुछ भी नही है |
वो हारा है बहुत, जीता कुछ
भी नही है |
बस एक उम्मीद है, विश्वास
है
और एक दीप है जलता हुआ इसके सिवा उसके पास, रहा कुछ
भी नही है |
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