आज अपनी अलमारी देख रहा था
ऑफिस की कुछ फाइलें ढूंढ रहा था
कि हवाओं का एक झोंका
अचानक खिड़की से अंदर आया
और फड़फड़ाते हुए खोल गया
उस विज्ञान की किताब का आखिरी पन्ना
जिसे देखकर मम्मी ने मुझे तमाचा मारा था
हाँ....उस पन्ने पर तुम्हारा ही तो नाम लिखा था !!
.
देखो न अभी भी लिखा हुआ है,
बस स्याही थोड़ी फ़ैल गयी है
तुम्हारा नाम बड़ा हो गया है
तुम भी तो अब बड़ी हो गयी होगी न !!!
No comments:
Post a Comment