ये हमसे दूर जाने वाले कभी तो मिलने आओ
दिन में न सही रात को मेरे सपनो में आओ ।
आज मौसम खफ़ा है ,मन भी खाली -खाली सा है
ख़ुशी से न सही , उदासी से भरने तो आओ ।
देखो वर्षा भी आ गयी हवा भी मेरे साथ है
एक बार बारिश में मेरे साथ भीगने तो आओ ।
उजड़ गए हैं हमारे लगाये प्यार के बगीचे
कम से कम इन्हें अपने हाथों से सजाने तो आओ ।
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