जी करता है तेरे लिए कभी सावन से मांगकर बहार लाऊं ।
तो कभी रात में नाचती परियों का चुरा कर निखार लाऊं ।
तेरा मासूम चेहरा ,नादान आँखें जिन्हें देख जी करता है '
कभी जाऊं और खुद से मांगकर तेरे लिए दुआएं हजार लाऊं ।
इस मखमली सी रात में ये टिमटिमाते तारे कह रहे है इशारों में,
इन सितारों से बना तेरे लिए एक खुबसूरत सा हार लाऊं ।
तू जो देख ले बस एक नजर कभी मेरी तरफ भी प्यार से
खुद को गिरवी रख मै , तेरे लिए जिन्दगी उधार लाऊं ।
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