तेरे गलियारे में घूमता रहता हूँ !!!

मुझे पहचान लो , हवा का झोंका हूँ ,
तेरे गलियारे  में घूमता रहता  हूँ ।
तेरे खनकती पाजेब की धुन पर
बिन संगीत बहकता  रहता हूँ । 
कभी तेरी साँसों में छुपकर तो कभी
तेरे आँचल से महकता रहता हूँ ।
तेरी नीली नीली झील सी आँखों में
 तैरता ,तो कभी मचलता रहता हूँ ।
मुझे पहचान लो , हवा का झोंका हूँ ,
तेरे गलियारे  में घूमता रहता  हूँ ।





















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