“शब्द” आत्मा लेखन की | “अहसास” ताकत लेखन की | “अनुभव” गहराई लेखन की | जब शब्द, अहसास और अनुभव का समावेश होता है तो बनती है एक कहानी, एक नज़्म, एक कविता या कोई ग़ज़ल | नज़्म, गीत, ग़ज़ल, कहानी जो दिल से होकर रूह तक को भिगो दें | आपको हमको भिगो दें | ऐसी ही अहसासों, भावनाओं से ओत-प्रोत“चाँद पराया है” में आप सभी का हार्दिक स्वागत है !!!
अगर है तुम्हे अपनी मोहब्बत पर नाज तो क्यों करते हो अपनी मोहब्बत की खूबसूरती ढलने का आगाज अगर तुम सच में करते हो प्यार तो उसकी खूबसूरती से क्या डरना यार
अगर है तुम्हे अपनी मोहब्बत पर नाज
ReplyDeleteतो क्यों करते हो अपनी मोहब्बत की खूबसूरती ढलने का आगाज
अगर तुम सच में करते हो प्यार
तो उसकी खूबसूरती से क्या डरना यार
good comment,but ye lines unke liye h jinka pyar bas ek side se hi hota h....
Delete