मुझे यकीन है कि तुम आओगी
तुम आओगी एक दिन , मेरी जिंदगी में
ऐसे नही जैसे आज तक आती रही हो, इस बार
तुम आओगी सूरज की मखमली किरणों की तरह
तुम आओगी चाँद की शीतल चांदनी की तरह
तुम आओगी मेरी उम्मीद बनकर
तुम आओगी मेरी प्यास बनकर
तुम उजाले का वह रूप बनोगी
जो मेरे अंदर के उस अँधेरे को मिटा देगा
जिसके पार मैं कभी देख नही पाया
तुम आँखें दोगी मुझे, अपनी रूह में झांकने को
और पा लूँगा मैं तुम्हे अपनी रूह के हर हिस्से में
हमेशा हमेशा के लिए , जैसे
तुम्हारी रूह मेरी ही रूह में पनाह ले रही हो ।।।